ज्योति कलश छलके \- ४
हुए गुलाबी, लाल सुनहरे
रंग दल बादल के
ज्योति कलश छलके
घर आंगन वन उपवन उपवन
करती ज्योति अमृत के सींचन
मंगल घट ढल के \- २
ज्योति कलश छलके
पात पात बिरवा हरियाला
धरती का मुख हुआ उजाला
सच सपने कल के \- २
ज्योति कलश छलके
ऊषा ने आँचल फैलाया
फैली सुख की शीतल छाया
नीचे आँचल के \- २
ज्योति कलश छलके
ज्योति यशोदा धरती मैय्या
नील गगन गोपाल कन्हैय्या
श्यामल छवि झलके \- २
ज्योति कलश छलके
अम्बर कुमकुम कण बरसाये
फूल पँखुड़ियों पर मुस्काये
बिन्दु तुहिन जल के \- २
ज्योति कलश छलके
1 comment:
135.
http://allpkjobz.blogspot.com provides all Ads for University,college,business and jobs in Pakistan as daily from dawn news Dawn,Jang,Nawaiwaqt,Express Jobs ads in Pakistan with all paper admission,careers and Classified paper and Jang newspaper
Post a Comment